भारत ने आतंकवाद के चुनौतीपूर्ण पड़ोसी का सामना किया: विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने UNGA में कहा
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने UNGA में कहा कि भारत ने स्वतंत्रता के बाद से आतंकवाद की चुनौती का सामना किया है, जबकि विश्व को ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा में अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत का एक पड़ोसी देश वैश्विक आतंकवाद का केंद्र है, लेकिन भारत ने स्वतंत्रता के बाद से ही आतंकवाद की चुनौती का सामना किया है।
80वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सामान्य बहस सत्र में अपने संबोधन में डॉ. जयशंकर ने यह रेखांकित किया कि दशकों से प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आतंकी हमलों की जड़ उसी देश में पाई जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी सूची में अधिकांश नाम उस देश के नागरिकों के हैं।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि विश्व आज टैरिफ अस्थिरता और बाजार में अनिश्चितता का सामना कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमित आपूर्ति स्रोत या किसी एक विशेष बाजार पर अधिक निर्भरता से जोखिम कम करना (De-risking) अब एक अनिवार्य आवश्यकता बन गई है।
उन्होंने यह भी कहा कि ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा संघर्ष और व्यवधान के सबसे पहले प्रभावित क्षेत्र रहे हैं, विशेष रूप से 2022 के बाद से।