मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया गौ सेवा आयोग का गठन, भाजपा नेताओं को मिली अहम जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने गौ सेवा आयोग का गठन कर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को अहम पदों पर नियुक्त किया। आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य बनाए गए हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार ने गौ सेवा आयोग के गठन को मंजूरी देते हुए सोमवार को नियुक्तियों का आदेश जारी किया। पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव के. रविंद्र नायक ने इस संबंध में आदेश जारी किए। इस आयोग में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं।
आयोग में बस्ती जिले के महेश कुमार शुक्ला और कुशीनगर जिले के जसवंत सिंह उर्फ अतुल सिंह को उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं मुरादाबाद जिले के दीपक गोयल, फिरोजाबाद जिले के रमाकांत उपाध्याय और महोबा जिले के राजेश सिंह सेंगर को सदस्य नामित किया गया है।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में राज्य सरकार लगातार विभिन्न आयोगों का गठन कर रही है। इससे पहले उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) आयोग का गठन किया गया था, जिसमें पूर्व विधायक बैजनाथ रावत को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। साथ ही पूर्व विधायक बेचन राम और जीत सिंह खरवार को उपाध्यक्ष बनाया गया।
बाराबंकी के बैजनाथ रावत अनुसूचित जाति से आते हैं। भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पहचाने जाने वाले रावत तीन बार विधायक, एक बार सांसद और यूपी सरकार में बिजली राज्य मंत्री रह चुके हैं। उनकी नियुक्ति को अनुसूचित जाति समुदाय को भाजपा से और अधिक जोड़ने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
इसके अलावा, पूर्व सांसद राजेश वर्मा को राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया था। वहीं, बबीता चौहान को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को महिला आयोग में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई।
इस तरह सरकार ने एक बार फिर राजनीतिक और सामाजिक संतुलन साधते हुए आयोगों के गठन में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रमुख भूमिकाएं सौंपी हैं।