इंसानी व्यवहार को समझने वाला पहला एआई मॉडल
Be.FM एक नया एआई मॉडल है जो इंसानी व्यवहार को समझने, अनुमान लगाने और विश्लेषण करने के लिए बनाया गया है। इसे यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन, स्टैनफोर्ड और MobLab ने मिलकर विकसित किया है।

इंसानी व्यवहार को समझने आ गया Be.FM
आज जहां जनरल एआई मॉडल जैसे GPT या Llama मुख्यतः सामान्य टेक्स्ट डाटा पर प्रशिक्षित होते हैं, वहीं Be.FM (Behavioral Foundation Model) इंसानी व्यवहार को समझने के लिए विशेष रूप से विकसित किया गया है। इसे यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और MobLab के शोधकर्ताओं ने तैयार किया है और SSRN प्रीप्रिंट सर्वर पर प्रकाशित किया गया है।
आम AI मॉडल से कैसे अलग है Be.FM?
Be.FM को 68,000 से अधिक प्रयोगों में भाग लेने वाले लोगों के डाटा, लगभग 20,000 सर्वे प्रतिभागियों और हजारों अकादमिक अध्ययनों से प्रशिक्षित किया गया है। इसका उद्देश्य है यह जानना कि लोग कैसे निर्णय लेते हैं और किस संदर्भ में उनका व्यवहार बदलता है।
व्यवहार का सटीक पूर्वानुमान
Be.FM का सबसे बड़ा उपयोग यह है कि यह वास्तविक जीवन में लोगों के व्यवहार की भविष्यवाणी कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी बैंकर द्वारा निवेश के कुछ विकल्प दिए जाएं, तो Be.FM यह बता सकता है कि लोग किन विकल्पों को चुनेंगे और कितने लोग जोखिम लेने को तैयार होंगे।
व्यक्तित्व और जनसांख्यिकीय जानकारी की पहचान
यह मॉडल लोगों के व्यवहार और बैकग्राउंड डाटा के आधार पर उनके व्यक्तित्व लक्षण और उम्र जैसी जानकारियां भी अनुमानित कर सकता है। इससे व्यक्तिगत हस्तक्षेप और उत्पाद डिजाइन में मदद मिल सकती है।
संदर्भ के आधार पर व्यवहार में बदलाव को समझना
Be.FM यह जान सकता है कि किसी ऐप में जनवरी और फरवरी के बीच उपयोगकर्ता व्यवहार में बदलाव क्यों आया—क्या कारण मौसम, डिज़ाइन अपडेट या किसी प्रचार की भाषा में बदलाव था?
शोध कार्यों के लिए सहायक
Be.FM न केवल व्यवहार का विश्लेषण करता है, बल्कि यह शोधकर्ताओं को नए शोध विचार सुझाने, साहित्य समीक्षा करने और व्यवहारिक आर्थिक समस्याओं को हल करने में मदद करता है।
GPT-4o और Llama से बेहतर
GPT-4o और Llama जैसे मॉडलों की तुलना में Be.FM ने व्यवहारिक कार्यों में, जैसे व्यक्तित्व पूर्वानुमान और परिदृश्य सिमुलेशन, बेहतर प्रदर्शन किया है। इसके अनुमान वास्तविक दुनिया के व्यवहार के अधिक नज़दीक पाए गए।
सीमाएं और भविष्य
हालांकि Be.FM फिलहाल बड़े पैमाने पर राजनीतिक घटनाओं या चुनाव परिणामों की भविष्यवाणी करने में सक्षम नहीं है, लेकिन शोधकर्ता इसके कार्यक्षेत्र को स्वास्थ्य, शिक्षा और भू-राजनीति जैसे क्षेत्रों तक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।Be.FM केवल एक तकनीकी नवाचार नहीं, बल्कि यह भविष्य की AI प्रणालियों की दिशा को परिभाषित करने वाला कदम है—जहां मशीनें इंसानों को केवल समझेंगी नहीं, बल्कि उनके साथ बेहतर संवाद भी कर पाएंगी।
Disclaimer:
यह लेख एक अध्ययन और शोध प्रकाशन पर आधारित है। इसमें व्यक्त विचार और निष्कर्ष संबंधित शोधकर्ताओं के हैं। FirstPageNews.com इस लेख की सामग्री की पुष्टि या समर्थन नहीं करता और इसके लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।