बरेली हिंसा: पुलिस मुठभेड़ में दो मुख्य आरोपियों सहित 81 आरोपी गिरफ्तार

बरेली हिंसा मामले में पुलिस ने मुठभेड़ में दो मुख्य आरोपियों इदरीस और इकबाल को गिरफ्तार किया, वहीं तीसरे मास्टरमाइंड डॉक्टर नफीस और उसके बेटे फरहान को जेल भेजा गया।

बरेली हिंसा: पुलिस मुठभेड़ में दो मुख्य आरोपियों सहित 81 आरोपी गिरफ्तार

बरेली में हुई हालिया हिंसा के मामलों में पुलिस ने महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों इदरीस और इकबाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। ये दोनों आरोपी बरेली के सीबीगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए हैं, जहां मुठभेड़ के दौरान आरोपियों ने पहले पुलिस पर फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने दोनों के पैरों में गोली लगाकर उन्हें सुरक्षित हिरासत में लिया।

पुलिस ने बताया कि आरोपी इकबाल पर 20 और इदरीस पर 17 से अधिक मामले पहले से दर्ज हैं। गिरफ्तार इदरीस के पास से एंटी फ्लेयर गन भी बरामद हुई है। इसके अलावा, बरेली हिंसा के तीसरे मास्टरमाइंड डॉक्टर नफीस और उसके बेटे फरहान को भी जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि डॉ. नफीस ने हिंसा से दो दिन पहले पोस्टर विवाद को भड़काने का प्रयास किया था, जो इस मामले में गंभीर संदेह का केंद्र माना जा रहा है।

SSP बरेली अनुराग आर्य ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 26 सितंबर को नमाज के समय में बदलाव किया गया था ताकि लोग एक साथ इस्लामिया ग्राउंड में इकट्ठा हो सकें। यह व्यवस्था हिंसा के पूर्व की परिस्थितियों और संभावित सामाजिक तनाव को ध्यान में रखते हुए की गई थी।

बरेली पुलिस ने इस हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 81 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों की सक्रियता और उनके द्वारा की गई हिंसक गतिविधियों के मद्देनजर और अधिक सतर्कता बरती जा रही है।

इस घटना ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था को लेकर नई चुनौतियां पेश की हैं। पुलिस लगातार निगरानी और जांच कर रही है ताकि सभी आरोपी और उनके संभावित सहयोगी न्याय के कठघरे में लाए जा सकें।

बरेली हिंसा की घटना ने सामाजिक सौहार्द और सामूहिक शांति की महत्वपूर्ण जरूरत को उजागर किया है। प्रशासन ने सभी नागरिकों से संयम बरतने और पुलिस तथा कानून के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

इस प्रकार, बरेली पुलिस की कार्रवाई ने हिंसा में शामिल मुख्य अपराधियों को हिरासत में लेकर मामलों को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाई है।