सहरसा: स्कूल परिसर में छात्र का शव मिलने से हड़कंप, करंट से मौत की आशंका, स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप

सहरसा के वनगांव थाना क्षेत्र में चैनपुर स्थित शशिकला मध्य विद्यालय में आठवीं कक्षा के छात्र बिट्टू कुमार का शव मिलने से सनसनी फैल गई। प्रारंभिक जांच में करंट लगने से मौत की आशंका जताई जा रही है।

सहरसा: स्कूल परिसर में छात्र का शव मिलने से हड़कंप, करंट से मौत की आशंका, स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप

बिहार के सहरसा जिले के वनगांव थाना क्षेत्र स्थित चैनपुर गांव के शशिकला मध्य विद्यालय में गुरुवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब स्कूल परिसर में कक्षा 8 के छात्र बिट्टू कुमार (पिता - टुनटुन पंडित) का शव संदिग्ध अवस्था में पाया गया। यह छात्र बुधवार दोपहर करीब 3 बजे से लापता था, और अगले दिन सुबह उसका शव स्कूल की चारदीवारी के पास एक संकरी गली में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।

करंट से मौत की आशंका, दाहिने हाथ पर जले के निशान

स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस के अनुसार, शव के दाहिने हाथ में जले के स्पष्ट निशान देखे गए हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि छात्र की मौत बिजली के करंट से हुई है। हालांकि, मौत का सटीक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।

ग्रामीणों में आक्रोश, स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

घटना की खबर फैलते ही गांव के लोग और मृत छात्र के परिजन स्कूल में एकत्र हो गए और स्कूल परिसर की घेराबंदी कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुस्साए लोगों का आरोप है कि विद्यालय प्रशासन की घोर लापरवाही की वजह से यह दुखद घटना घटी। लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि छात्र के लापता होने की जानकारी के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने कोई खोजबीन क्यों नहीं की।

पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे मौके पर

घटना की सूचना मिलते ही वनगांव थाना पुलिस, जिला पुलिस बल, और वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया और उन्होंने घटनास्थल की गहन जांच शुरू कर दी है।

वनगांव थाना प्रभारी ने कहा:

"सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच गई थी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में करंट लगने से मौत की आशंका है, लेकिन असल कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।"

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

फिलहाल पुलिस ने शव को सहरसा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद ही यह तय हो सकेगा कि यह घटना एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी या किसी साजिश के तहत की गई हत्या।

क्षेत्र में मातम का माहौल

बिट्टू कुमार की मौत से चैनपुर गांव में मातम पसरा हुआ है। उसके परिजन गहरे शोक में हैं और स्कूल प्रशासन पर न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन और पुलिस की टीम ग्रामीणों को शांत कराने में लगी है और मामले को गंभीरता से लेते हुए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है।

यह घटना न केवल एक नाबालिग छात्र की असामयिक मृत्यु को उजागर करती है, बल्कि स्कूलों में बुनियादी सुरक्षा और देखरेख की भारी कमी को भी सवालों के घेरे में खड़ा करती है। अब सभी की नजरें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच की निष्पक्षता पर टिकी हैं, जिससे बिट्टू कुमार की मौत के पीछे का सच सामने आ सके।