भागलपुर में बाढ़ राहत कार्य तेज, सामुदायिक किचन और नावों से हो रही मदद
भागलपुर जिले में बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों के लिए जिला प्रशासन ने सामुदायिक किचन, नावों और राहत शिविरों के जरिए व्यापक राहत और बचाव कार्य शुरू किए हैं।

भागलपुर जिले में हाल की बाढ़ ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी थीं, लेकिन जिला पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के नेतृत्व में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। जिले के छह अंचल — नारायणपुर, रंगरा चौक, सुल्तानगंज, शाहकुंड, नाथनगर और सबौर — गंभीर रूप से प्रभावित हैं, जबकि कहलगांव, जगदीशपुर और पीरपैंती आंशिक रूप से प्रभावित हैं।
बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में 186 सामुदायिक किचन संचालित हो रहे हैं, जहां अब तक सुबह और शाम मिलाकर 3,46,903 लोगों ने भोजन किया है। कुल मिलाकर 6,60,521 लोगों को सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन के लिए 104 नावों का संचालन किया जा रहा है। साथ ही 10,013 पॉलीथिन शीट का वितरण और 8,252 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें विभिन्न अंचलों में तैनात हैं — नवगछिया में 3, सबौर और कहलगांव में 1-1, सुल्तानगंज में 2, नाथनगर में 2 और शाहकुंड में 1 टीम सक्रिय है। सभी राहत शिविरों में अस्थायी शौचालय, चिकित्सा सेवाएं, पानी टैंकर, चापाकल, पशु चारा, पशु चिकित्सा शिविर, सफाई और प्रकाश की पूरी व्यवस्था की गई है। प्रत्येक शिविर के लिए अलग नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर स्थित राहत शिविर में जगदीशपुर अंचल अधिकारी ने बताया कि जिला पदाधिकारी के निर्देश पर बाढ़ पीड़ितों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। बच्चों के खेलने की जगह, आंगनबाड़ी केंद्र, पशुओं के लिए चारा, भोजन के लिए प्लेट, थाली और गिलास, पशु चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं की टीमें शिविर में लगातार मौजूद हैं।