बिहार विधानसभा चुनाव: विशेष व्यापक पुनरीक्षण (SIR) को मिली व्यापक सराहना

मुख्य चुनाव आयुक्त ग्यानेश कुमार ने कहा कि बिहार में विशेष व्यापक पुनरीक्षण (SIR) कानून के अनुसार हुआ और इसे मतदाताओं, राजनीतिक पार्टियों और अन्य हितधारकों ने सराहा।

बिहार विधानसभा चुनाव: विशेष व्यापक पुनरीक्षण (SIR) को मिली व्यापक सराहना

मुख्य चुनाव आयुक्त ग्यानेश कुमार ने आज कहा कि बिहार में किए गए विशेष व्यापक पुनरीक्षण (SIR) को मतदाताओं, राजनीतिक पार्टियों और लोकतंत्र के अन्य हितधारकों से व्यापक सराहना मिली है। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई आलोचनाओं के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह पुनरीक्षण विधिपूर्ण तरीके से और प्रावधानों के अनुसार किया गया।

बीमारी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए दो दिवसीय बिहार दौरे के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि SIR अभियान में सभी हितधारकों ने भाग लिया। ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद 3.66 लाख मतदाताओं ने अपनी नामांकन हटाने का निर्णय लिया, जो उनकी जिम्मेदारी का संकेत है। उन्होंने BLOs की प्रतिबद्धता और समर्पण की भी सराहना की, जिसने SIR की सफलता सुनिश्चित की।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बनाने के लिए 17 नई पहल शुरू की गई हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी SIR में Aadhaar को पहचान के प्रमाण के रूप में शामिल किया जाएगा, न कि नागरिकता के प्रमाण के रूप में, और सुप्रीम कोर्ट ने इस निर्णय को बनाए रखा है।

इससे पहले, चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों, प्रशासनिक अधिकारियों, मुख्य सचिव, DGP, राज्य और केंद्रीय पुलिस बलों के नोडल अधिकारियों और विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समीक्षा बैठकें भी आयोजित कीं।